Smart Meter Benefits – बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। जो लोग स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवा रहे हैं, उन्हें अब कई तरह की छूट मिलने वाली है। बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने एक नए प्रस्ताव पर विचार किया है, जिसमें कहा गया है कि जो उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगवाएंगे, उन्हें तय लोड से अधिक बिजली उपयोग करने पर किसी भी तरह का जुर्माना नहीं लगेगा। यह नियम 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगा।
स्मार्ट मीटर लगाने से क्या होंगे फायदे
बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं को पहले ही लोड बढ़ाने के लिए छह-छह महीने का समय दे रही थीं ताकि उन्हें जुर्माना न भरना पड़े। लेकिन अब इस नए नियम के तहत उपभोक्ताओं को स्थायी रूप से इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इसका मतलब यह है कि अगर किसी का बिजली लोड पहले 5 किलोवाट था और वे 7 किलोवाट की बिजली खर्च कर रहे थे, तो अब उन्हें किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। इससे घरेलू, वाणिज्यिक और कृषि उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।
बिजली दरों में मिलेगी छूट
जो उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इस्तेमाल करेंगे, उन्हें प्रति यूनिट बिजली की कीमत में भी छूट मिलेगी। आयोग ने फैसला लिया है कि ऐसे उपभोक्ताओं को 25 पैसे प्रति यूनिट की राहत दी जाएगी। यह विशेष रूप से कृषि और वाणिज्यिक उपयोगकर्ताओं के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। इसके अलावा, उन्हें पावर फैक्टर सरचार्ज से भी छूट दी जाएगी, जिससे उनकी कुल बिजली लागत में और कमी आएगी।
समय के आधार पर बिजली दरों में रियायत
बिजली खपत को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने और उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देने के लिए एक और नई योजना पेश की गई है। इस योजना के तहत, 10 किलोवाट से अधिक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को दिन के समय बिजली उपयोग करने पर अतिरिक्त छूट मिलेगी। मतलब, अगर कोई उपभोक्ता रात के मुकाबले दिन में ज्यादा बिजली खर्च करता है, तो उसे कम दरों पर बिजली मिलेगी। यह योजना मुख्य रूप से उन व्यवसायों के लिए फायदेमंद होगी, जो दिन के समय ही ज्यादा बिजली का उपयोग करते हैं।
क्यों जरूरी है स्मार्ट मीटर
स्मार्ट मीटर लगाने से उपभोक्ताओं को न केवल बिजली की दरों में छूट मिलेगी, बल्कि उन्हें बिजली बिल को लेकर भी ज्यादा पारदर्शिता मिलेगी। स्मार्ट मीटर एक तरह का डिजिटल डिवाइस होता है, जो उपभोक्ता को यह जानने की सुविधा देता है कि उन्होंने कितनी बिजली खपत की है और कितना बैलेंस बचा है। इसके अलावा, यह मीटर खुद ही बिजली की दरों में बदलाव को एडजस्ट कर लेता है, जिससे उपभोक्ता को कोई अतिरिक्त दिक्कत नहीं होती।
स्मार्ट मीटर के अन्य फायदे
- बिजली चोरी की संभावना कम हो जाती है।
- उपभोक्ताओं को हर महीने मैन्युअल मीटर रीडिंग की जरूरत नहीं होती।
- बिल भुगतान में पारदर्शिता रहती है।
- प्रीपेड विकल्प होने से उपभोक्ता अपनी बिजली खपत को नियंत्रित कर सकते हैं।
- बिजली कटौती की समस्या कम होती है।
आयोग की सुनवाई और आगे की प्रक्रिया
बिजली कंपनियों ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग में इस प्रस्ताव को पेश किया था और इसकी मंजूरी की मांग की थी। आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों ने इस पर विस्तार से चर्चा की और यह फैसला लिया कि इसे मार्च 2026 तक लागू किया जाएगा। मार्च 2025 के अंत तक आयोग इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देगा और इसे अगले टैरिफ संशोधन के साथ लागू किया जाएगा।
उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए
अगर आप बिहार में रहते हैं और अभी तक स्मार्ट मीटर नहीं लगवाया है, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है। इससे आपको न केवल बिजली दरों में छूट मिलेगी, बल्कि लोड से अधिक खपत करने पर भी कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा। आप अपने इलाके की बिजली वितरण कंपनी से संपर्क करके जल्द से जल्द स्मार्ट मीटर लगवा सकते हैं।
बिजली कंपनियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता इस योजना का लाभ उठा सकें। इसलिए, सरकार भी स्मार्ट मीटर को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है। इसके तहत लोगों को स्मार्ट मीटर के फायदे बताए जा रहे हैं और उन्हें इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है।
स्मार्ट मीटर लगाने से उपभोक्ताओं को कई फायदे मिलेंगे, जिनमें सस्ती बिजली, पारदर्शी बिलिंग और बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के लोड से अधिक बिजली खपत करने की छूट शामिल है। यह योजना खासकर उन उपभोक्ताओं के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी, जो अधिक बिजली खर्च करते हैं। अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले समय में अन्य राज्यों में भी इसे लागू किया जा सकता है।
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