RBI New Rules – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में क्रेडिट स्कोर और ऋण संबंधी जानकारी को लेकर नए नियम जारी किए हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य बैंकों और वित्तीय संस्थानों की ओर से ग्राहकों की क्रेडिट रिपोर्ट को पारदर्शी और अधिक सुरक्षित बनाना है। अब यदि कोई बैंक या NBFC आपके सिबिल स्कोर की जांच करेगा, तो आपको इसकी जानकारी एसएमएस या ईमेल के जरिए मिलेगी। इससे ग्राहकों को उनके क्रेडिट स्कोर पर अधिक नियंत्रण मिलेगा और अनावश्यक क्रेडिट जांच से बचा जा सकेगा।
क्या होता है सिबिल स्कोर और क्यों है यह जरूरी
सिबिल स्कोर एक तीन अंकों का नंबर होता है, जो किसी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाता है। यह 300 से 900 के बीच होता है, और जितना ज्यादा स्कोर होगा, उतनी ही बेहतर आपकी क्रेडिट प्रोफाइल मानी जाएगी। जब भी आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक और वित्तीय संस्थान आपके सिबिल स्कोर के आधार पर तय करते हैं कि आपको लोन दिया जाए या नहीं।
RBI के नए नियमों से ग्राहकों को क्या फायदा होगा
1. सिबिल स्कोर जांचने पर मिलेगा अलर्ट
अब जब भी कोई बैंक या वित्तीय संस्था आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करेगी, तो आपको इस बारे में एसएमएस या ईमेल के जरिए सूचित किया जाएगा। इससे ग्राहक को यह पता चल सकेगा कि कौन, कब और क्यों उनके क्रेडिट स्कोर की जांच कर रहा है।
2. गलत जानकारी सुधारने का अधिकार
कई बार ऐसा होता है कि किसी ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी जुड़ जाती है, जिससे उसका सिबिल स्कोर गिर जाता है। पहले इन गलतियों को ठीक कराने में महीनों लग जाते थे, लेकिन अब RBI ने बैंकों और NBFCs को निर्देश दिए हैं कि वे ग्राहकों को यह बताएं कि उनके डेटा सुधार के अनुरोध को अस्वीकार क्यों किया गया। इससे ग्राहक को अपने वित्तीय रिकॉर्ड को सही बनाए रखने में मदद मिलेगी।
3. शिकायतों के समाधान में देरी पर मिलेगा मुआवजा
अगर किसी ग्राहक ने सिबिल स्कोर से जुड़ी कोई शिकायत दर्ज की है और उसका समाधान 30 दिनों के भीतर नहीं किया जाता, तो बैंक या NBFC को प्रतिदिन 100 रुपये का मुआवजा देना होगा। इससे ग्राहकों को समय पर समाधान मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
4. डेटा सुरक्षा होगी और मजबूत
नए नियमों के तहत, ऋण से जुड़ी संवेदनशील जानकारी को अधिक सुरक्षित रखा जाएगा। अब वित्तीय संस्थाएं बिना ग्राहक की अनुमति के उनकी क्रेडिट रिपोर्ट तक नहीं पहुंच सकेंगी। इससे ग्राहकों की निजी जानकारी सुरक्षित रहेगी और धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
गलत सिबिल स्कोर की वजह से लोन नहीं मिल पा रहा? ऐसे करें सुधार
अगर आपका सिबिल स्कोर कम है या गलत जानकारी की वजह से आपका स्कोर प्रभावित हुआ है, तो आप नीचे दिए गए तरीकों से इसे सुधार सकते हैं:
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को नियमित रूप से जांचें – साल में कम से कम दो बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें, ताकि किसी भी गलत जानकारी को समय रहते ठीक कराया जा सके।
- समय पर बिल और लोन EMI का भुगतान करें – अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल या लोन की EMI समय पर नहीं भरते, तो आपका सिबिल स्कोर गिर सकता है।
- क्रेडिट कार्ड के लिमिट का अधिक इस्तेमाल न करें – अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30-40% से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है।
- एक से अधिक लोन न लें – अगर आपके नाम पर पहले से कई लोन चल रहे हैं और आप बार-बार नए लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो इसका बुरा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है।
- पुराने लोन अकाउंट को जल्दबाजी में बंद न करें – कई लोग पुराने लोन को जल्द से जल्द बंद करने की कोशिश करते हैं, लेकिन अगर आपने समय पर लोन चुकाया है और आपका पुराना खाता बंद नहीं हुआ है, तो यह आपके सिबिल स्कोर को बेहतर बनाने में मदद करता है।
क्या आपके सिबिल स्कोर की गलत जांच हो रही है? ऐसे करें शिकायत
अगर आपको लगता है कि बिना आपकी जानकारी के बार-बार आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक की जा रही है, तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं:
- क्रेडिट ब्यूरो को संपर्क करें – अगर आपको अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी नजर आती है, तो आप सीधे CIBIL, Experian, Equifax या CRIF High Mark से संपर्क कर सकते हैं।
- अपने बैंक से संपर्क करें – अगर किसी बैंक ने आपकी क्रेडिट रिपोर्ट गलत तरीके से चेक की है, तो आप बैंक की शिकायत निवारण प्रणाली में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- RBI से शिकायत करें – अगर बैंक या NBFC आपकी शिकायत पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, तो आप RBI की उपभोक्ता शिकायत पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
RBI के नए नियम उन ग्राहकों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आए हैं, जो बार-बार क्रेडिट स्कोर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे थे। अब ग्राहकों को यह जानने का अधिकार होगा कि उनकी क्रेडिट रिपोर्ट कौन और कब देख रहा है। इसके अलावा, शिकायतों का समाधान न मिलने पर ग्राहकों को मुआवजा भी मिलेगा। अगर आप भी अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो नियमित रूप से अपनी सिबिल रिपोर्ट की जांच करें और किसी भी गड़बड़ी की तुरंत शिकायत करें।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।