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सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, अब कर्मचारियों को मिलेगी 25 लाख रुपये तक की ग्रेच्युटी – Gratuity Calculation Formula

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Gratuity Calculation Formula – अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है सरकार ने ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी है अब कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के समय अधिक लाभ मिलेगा लेकिन क्या आपको पता है कि ग्रेच्युटी कैसे कैलकुलेट होती है और इसे पाने के लिए किन शर्तों को पूरा करना जरूरी है चलिए आपको विस्तार से बताते हैं

ग्रेच्युटी क्या होती है

सरल भाषा में कहें तो ग्रेच्युटी एकमुश्त राशि होती है जो किसी कर्मचारी को उसकी सेवा के बदले दी जाती है यह तब मिलती है जब कोई कर्मचारी नौकरी छोड़ता है, सेवानिवृत्त होता है या उसकी असमय मृत्यु हो जाती है यह राशि कर्मचारी के अंतिम वेतन और नौकरी में बिताए गए सालों पर निर्भर करती है यह सरकार द्वारा तय नियमों के तहत दी जाती है और इसका भुगतान नियोक्ता करता है

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सरकारी कर्मचारियों के लिए नई ग्रेच्युटी सीमा

केंद्र सरकार ने हाल ही में ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी है यह बदलाव केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 50 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद हुआ है यानी अब जब डीए 50 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है तो कर्मचारियों को अधिक ग्रेच्युटी का लाभ मिलेगा यह नियम 1 जनवरी 2024 से लागू कर दिया गया है

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ग्रेच्युटी एक्ट और इसके तहत लाभ

ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम 1972 के तहत विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं जिनमें शामिल हैं

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  • कारखाने और खदानों में काम करने वाले कर्मचारी
  • बागानों, बंदरगाहों, रेलवे और मोटर परिवहन कंपनियों के कर्मचारी
  • 10 से अधिक कर्मचारियों वाली दुकानें और निजी कंपनियां
  • सरकारी संस्थानों में कार्यरत स्थायी कर्मचारी

ग्रेच्युटी के लिए पात्रता

ग्रेच्युटी पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तें होती हैं जो इस प्रकार हैं

  • कर्मचारी ने कम से कम 5 साल तक लगातार सेवा की हो
  • कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहा हो या नौकरी छोड़ रहा हो
  • कर्मचारी की मृत्यु या स्थायी विकलांगता हो जाए तो 5 साल की सेवा की शर्त लागू नहीं होती
  • कुछ विशेष मामलों में, जैसे भूमिगत खदानों में 4 साल और 190 दिन की सेवा, कर्मचारी को भी ग्रेच्युटी का लाभ मिल सकता है

ग्रेच्युटी की गणना कैसे होती है

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी ग्रेच्युटी कितनी होगी तो इसके लिए एक सरल गणना फॉर्मूला अपनाया जाता है

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फॉर्मूला:

(अंतिम वेतन) × (सेवा के वर्ष) × (15/26)

  • अंतिम वेतन: इसमें मूल वेतन, महंगाई भत्ता (डीए) और कमीशन शामिल होता है
  • 15/26 का मतलब: 15 दिन का वेतन लिया जाता है और महीने में 26 कार्य दिवस माने जाते हैं
उदाहरण

अगर किसी कर्मचारी का अंतिम वेतन 50,000 रुपये है और उसने 25 साल की सेवा की है, तो उसकी ग्रेच्युटी होगी

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(50,000 × 25 × 15) ÷ 26 = 7,21,154 रुपये

अगर कर्मचारी की ग्रेच्युटी 25 लाख रुपये से अधिक होती है, तो उसे अधिकतम सीमा के अनुसार ही भुगतान किया जाएगा यानी यदि गणना के अनुसार राशि 30 लाख रुपये आती है तो भी कर्मचारी को केवल 25 लाख रुपये ही मिलेंगे

ग्रेच्युटी का दावा कैसे करें

अगर कोई कर्मचारी अपनी ग्रेच्युटी का दावा करना चाहता है तो उसे फॉर्म I भरकर अपनी कंपनी या सरकारी विभाग में जमा करना होगा यदि कर्मचारी किसी कारणवश दावा नहीं कर सकता तो उसके कानूनी उत्तराधिकारी या नामांकित व्यक्ति को भी यह आवेदन करने का अधिकार होता है

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प्रक्रिया:

  1. कर्मचारी फॉर्म I भरकर अपने विभाग में जमा करे
  2. विभाग दावे की जांच करेगा और कर्मचारी की सेवा अवधि व अंतिम वेतन का सत्यापन करेगा
  3. जांच पूरी होने के बाद कर्मचारी के बैंक खाते में 30 दिनों के अंदर ग्रेच्युटी ट्रांसफर कर दी जाती है
  4. यदि किसी कारण से ग्रेच्युटी का भुगतान समय पर नहीं किया जाता तो नियोक्ता को ब्याज के साथ राशि देनी पड़ती है

विवाद की स्थिति में क्या करें

अगर कर्मचारी को ग्रेच्युटी को लेकर कोई विवाद होता है तो वह सरकार द्वारा नियुक्त गवर्निंग बॉडी के पास शिकायत दर्ज कर सकता है इसके लिए फॉर्म एन में आवेदन देना होगा यह शिकायत श्रम विभाग या राज्य सरकार की नियत संस्था के पास की जा सकती है

क्या निजी कर्मचारियों को भी मिलेगा लाभ

निजी कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा अभी भी 10 लाख रुपये ही है हालांकि कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को अतिरिक्त ग्रेच्युटी देती हैं अगर कोई निजी कर्मचारी सरकार द्वारा तय शर्तों को पूरा करता है तो उसे भी ग्रेच्युटी मिल सकती है

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केंद्र सरकार द्वारा ग्रेच्युटी की सीमा बढ़ाने से लाखों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा यह कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य की गारंटी देने का एक अच्छा कदम है यदि आप सरकारी कर्मचारी हैं तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी सेवा अवधि और वेतन सही तरीके से दर्ज हो ताकि सेवानिवृत्ति के समय किसी भी परेशानी से बचा जा सके

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।

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