Gold Rate Today – सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है और हाल ही में सोने के भाव में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 20 फरवरी 2025 को सोने के दाम एक नए उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। सोमवार, 17 फरवरी को सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं टिक पाई और सोना फिर से महंगा हो गया।
दिल्ली के सराफा बाजार में 24 कैरेट सोने का भाव 87110 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। वहीं, शुक्रवार को यह भाव 89000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। देश के विभिन्न शहरों में 22 और 24 कैरेट सोने के भाव अलग-अलग हैं, जो स्थानीय मांग और अन्य कारकों पर निर्भर करते हैं।
विभिन्न शहरों में सोने के भाव
दिल्ली:
- 24 कैरेट सोना – 87110 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 79860 रुपये प्रति 10 ग्राम
मुंबई:
- 24 कैरेट सोना – 86960 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 79710 रुपये प्रति 10 ग्राम
कोलकाता और चेन्नई:
- 24 कैरेट सोना – 86960 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 79710 रुपये प्रति 10 ग्राम
अहमदाबाद और भोपाल:
- 24 कैरेट सोना – 87010 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 79760 रुपये प्रति 10 ग्राम
जयपुर, लखनऊ और चंडीगढ़:
- 24 कैरेट सोना – 87110 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 79860 रुपये प्रति 10 ग्राम
हैदराबाद:
- 24 कैरेट सोना – 86960 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना – 79710 रुपये प्रति 10 ग्राम
चांदी की कीमतों में गिरावट
सोने के विपरीत, चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। 20 फरवरी को चांदी का भाव 100 रुपये कम होकर 100400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। इससे पहले, 19 फरवरी को चांदी की कीमत में 800 रुपये की तेजी आई थी और यह 99000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जिनमें ग्लोबल इकोनॉमिक कंडीशंस, डॉलर इंडेक्स, महंगाई दर, केंद्रीय बैंकों की नीतियां और निवेशकों की धारणा शामिल है। इस बार सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कुछ प्रमुख कारण ये हो सकते हैं:
- वैश्विक बाजार में अनिश्चितता – अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका के चलते निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा है, जिससे सोने की कीमत में तेजी आई है।
- डॉलर की कमजोरी – जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ती हैं। हाल ही में डॉलर इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली है, जिससे सोने की कीमतें बढ़ी हैं।
- मांग में इजाफा – भारत में शादियों और त्योहारों के सीजन के चलते सोने की मांग बढ़ी है, जिससे इसकी कीमतों में तेजी आई है।
- गोल्ड इंपोर्ट में बढ़ोतरी – वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 में भारत का गोल्ड इंपोर्ट 40.79 प्रतिशत बढ़कर 2.68 अरब डॉलर हो गया है। इससे भी सोने की कीमतों में इजाफा हुआ है।
- बैंकिंग और ब्याज दरों का प्रभाव – केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कमी की संभावनाओं ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।
सोने की कीमतों का भविष्य
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में भी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। अगर वैश्विक स्तर पर महंगाई बढ़ती है और बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। वहीं, अगर डॉलर मजबूत होता है या केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ाते हैं, तो सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है।
निवेशकों के लिए क्या करें
- लंबी अवधि के निवेशकों के लिए मौका – अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा स्तर पर खरीदारी करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- शॉर्ट टर्म निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत – अगर आप शॉर्ट टर्म में मुनाफा कमाने के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, तो थोड़ा सतर्क रहें, क्योंकि कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।
- डिजिटल गोल्ड में निवेश का विकल्प – फिजिकल गोल्ड के बजाय डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना सुरक्षित हो सकता है, जिससे आप लिक्विडिटी बनाए रख सकते हैं।
- त्योहारी सीजन का इंतजार – अगर आप व्यक्तिगत उपयोग के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, तो आने वाले महीनों में कीमतों में गिरावट का इंतजार किया जा सकता है।
सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और निवेशकों का झुकाव सोने की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, इसलिए किसी भी निवेश से पहले मार्केट ट्रेंड्स और एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें। अगर आप सोना खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो अपने बजट और जरूरत के हिसाब से सही निर्णय लें।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।